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यूपी में लॉकडाउन-5 : किसे मिलेगी छूट और किस पर रहेगा प्रतिबंध, यहां हैं सारी डिटेल्स

लखनऊ. 31 मई को लॉकडाउन का चौथा चरण खत्म हो रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करके सबका फीडबैंक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे दिया है। ज्यादातर राज्य आर्थिक गतिविधियों के साथ लॉकडाउन बढ़ाने के पक्षधर हैं। फिलहाल मंथन चल रहा है। रविवार को लॉकडाउन बढ़ाने का एलान किया जा सकता है।

यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार भी लॉकडाउन पर मंथन कर रही है। सूत्रों का कहना है कि यूपी सरकार लॉकडाउन के बारे में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करेगी। यूपी में कड़ी शर्तों के साथ धार्मिक स्थल खुल सकते हैं, लेकिन स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। सभी धर्मगुरुओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे व चर्च खोलने की इजाजत मांगी है। वहीं, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि बच्चों में सोशल डिस्टेंसिंग, नियमित सैनेटाइजेशन, मास्क की आदत विकसित कराने में परेशानी होगी। ऐसे में अभी स्कूल खुलने पर परेशानी बढ़ सकती है।

लॉकडाउन का पहला चरण 24 मार्च से शुरू हुआ था जो पांचवें चरण के रूप में और आगे बढ़ सकता है। हर चरण के लॉकडाउन में क्रमवार बंदिशों में छूट दी गई। इस बार कई और रियायतें दी जाने की उम्मीद है। 31 मई के बाद कहां सख्ती जारी रखी जाये और कहां नहीं, केंद्र सरकार इसका फैसला चौथे चरण की अपेक्षा और अधिकारों के साथ राज्यों पर छोड़ सकती है। माना जा रहा है कि कंटेनमेंट जोन इस बार भी कोई रियायत नहीं दी जाएगी। वहीं, अन्य क्षेत्रों में कई और तरह की आर्थिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं

क्या बंद रहेगा
– स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे। ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी
– कंटेन्मेंट जोन में किसी प्रकार की एक्टिविटी या आवाजाही अब भी बाधित रहने की उम्मीद है
– होटल और रेस्टोरेंट फिलहाल बंद रह सकते हैं। ऑनलाइन फूड डिलीवरी जारी रहेगी
– अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के परिचालन पर पूरी तरह रोक जारी रख सकती है
– सामाजिक व राजनीतिक जमावड़े पर प्रतिबंध जारी रह सकता है
– 31 मई के बाद भी ताजमहल सहित आगरा के अन्य स्मारकों पर प्रतिबंध जारी रहेगा
– प्रतिबंध और छूट देने के अधिकतम अधिकार राज्य सरकार के पास रह सकते हैं

इन्हें मिल सकती है छूट
– लॉकडाउन चार के दौरान मिली रियायतें जारी रहेंगी।
– रेलवे यात्रा और घरेलू उड़ान सेवा जारी रहेगी, इसकी पूरी संभावना है।
– उत्तर प्रदेश में अंतरराज्यीय बस सेवा और मेट्रो सेवा शुरू की जा सकती है।
– सोशल डिस्टेंसिंग के तहत ऑटो, टैक्सी सेवा शुरू की जा सकती है।
– चुनिंदा इलाकों में मॉल और जिम सेंटर खोलने की इजाजत दी जा सकती है।
– धार्मिक स्थल, मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे सशर्त खोले जा सकते हैं।

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corona cases in india Confirmed 145K +6,977 Recovered 60,491 Deaths 4,167 +154 Location Confirmed Recovered Deaths Maharashtra 50,231 +3,041 - 1,635 +58 Tamil Nadu 16,277 +765 - 111 +8 Gujarat 14,056 +392 - 858 +29 Delhi 13,418 +508 - 261 +30 Rajasthan 7,028 +286 - 163 +3 Madhya Pradesh 6,665 +294 - 290 +9 Uttar Pradesh 6,268 +251 - 161 +6 West Bengal 3,667 +208 - 272 +3 Andhra Pradesh 2,823 +66 - 56 +0 Bihar 2,587 +207 - 13 +2 Karnataka 2,089 +130 - 42 +0 Punjab 2,060 +15 - 40 +1 Telangana 1,854 +41 - 53 +4 Jammu and Kashmir 1,621 +52 - 21 +0 Odisha 1,336 +67 - 7 +0 Haryana 1,184 +53 - ...

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Important fact of children's day

विश्‍वभर में हर साल 20 नवम्‍बर को बाल दिवस मनाया जाता है। इस दिन को बचपन का जश्‍न मनाने के लिए चुना गया है1959 से पहले बाल दिवस अक्‍टूबर महीने में मनाया जाता था। संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ की महासभा द्वारा लिये गये निर्णय के हिसाब से यह सबसे पहले 1954 में मनाया गया। वास्‍तव में इस दिन को बच्‍चों के बीच जानकारी के आदान-प्रदान और आपसी समझदारी विकसित करने के साथ-साथ बच्‍चों के कल्‍याण से जुड़ी लाभार्थी योजनाओं के उद्देश्‍य से शुरू किया गया था। बाल दिवस 1959 में जिस दिन संयुक्‍त राष्‍ट्र की महासभा ने बच्‍चों के अधिकारों के घोषणापत्र को मान्‍यता दी थी, उसी दिन के उपलक्ष्‍य में 20 नवम्‍बर को चुना गया। इसी दिन 1989 में बच्‍चों के अधिकारों के समझौते पर हस्‍ताक्षर किए गए जिसे 191 देशों द्वारा पारित किया गया। सर्वप्रथम बाल दिवस जिनेवा के इंटरनेशनल यूनियन फॉर चाइल्‍ड वेलफेयर के सहयोग से विश्‍वभर में अक्‍टूबर 1953 को मनाया गया था। विश्‍वभर में बाल दिवस का विचार दिवंगत श्री वी के कृष्‍ण मेनन का था और जिसे संयुक्‍त राष्‍ट्र की महासभा द्वारा 1954 में अपनाया गया। 20 नवम्‍बर वैश्विक बाल दिवस है।...